राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत सरकार ने एम्स ऋषिकेश से मुफ्त उपचार का अनुबंध किया है। सरकारी व सहायता प्राप्त विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले 18 वर्ष तक के किशोरों का उपचार एम्स ऋषिकेश में मुफ्त होगा सकेगा। पात्रों को 30 बीमारियों, हृदय रोग और जन्म के समय से आई विकृतियों के उपचार की सुविधा मिलेगी।
एम्स ऋषिकेश के निदेशक डा. रविकांत और एनएचएम निदेशक डा. अंजली नौटियाल ने अनुबंध पर हस्ताक्षर किए।
डा. अंजली नौटियाल ने बताया कि 18 वर्ष तक के बच्चों व किशोरों की प्राथमिक जांच व स्क्रीनिंग के बाद मुफ्त उपचार की सुविधा उपलब्ध है। इसके तहत जन्म के समय से जीभ का तालू से चिपका होना, तंत्रिका नली दोष, कान की महंगी सर्जरी, आंखों की सर्जरी, जन्म पर दोष, न्यूनता, बचपन की बीमारियों, विकास में देरी और विकलांगता के अंतर्गत आने वाली सभी बीमारियों का उपचार किया जायेगा
उन्होंने बताया कि राज्य के तीन मेडिकल कॉलेज, फोर्टिस अस्पताल, श्री महंत इंदिरेश अस्पताल, जौलीग्रांट अस्पताल में भी यह सुविधा उपलब्ध है। और इस योजना के तहत इस वर्ष अभी तक 506 बच्चों की मुफ्त सर्जरी की जा चुकी है।