जैसे – जैसे 2019 का चुनाव नजदीक आता जा रहा है भारतीय जनता पार्टी के लोगो की पतलून सरकती जा रही है। कुछ लोग तो ये भी बोल रहे है की मोटा भाई यानि की अमित शाह के तबियत इसी सोच में बिगड़ गई है। इसी सदमे के मरे बेचारे शाह अस्पताल में पड़े थे। अरे साहब ये हो भी क्यों नहीं क्यों की लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा को 420 और 840 वोल्ट के एक साथ इतने सारे झटके लगे है की पार्टी बौरा भी गई है और बौखला भी गई है । पराये तो पराये अब तो अपने भी इस ‘टू मैंने आर्मी’ वाले इस पार्टी के खिलाफ बिका टेंडा किये घूम रहे है। बेगानों से तो निपटा भी जा सकता है लेकिन अपनो से कैसे निपटा जाये।
अब ताज़ा ताज़ा मामला जो सामने आया है वो पश्चिम बंगाल का है। दरअसल, 10 साल से भाजपा की सहयोगी पार्टी रही गोरखा जनमुक्ति मोर्चा ने अधिकारिक तौर से भाजपा छोड़ने का एलान कर दिया है। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा पार्टी के भाजपा छोड़ने से भाजपा का बहुत बड़ा नुख्सान होगा जिसका एहसास सिर्फ भारतीय जनता पार्टी को है। हम आप को बता दे की इस पार्टी के अलग होने से भाजपा को उत्तरी बंगाल की चार सीटो का नुख्सान होगा जिसमे दार्जलिंग की भी सिट है जहा बीजेपी 2009 से लगातार जीतती आ रही है .
हम आप को बता दे की बीजेपी छोड़ने के बाद गोरखा जनमुक्ति मोर्चा पार्टी के अध्यक्ष ने तीसरी मोर्चा में सामिल होने के लिए ममता बनर्जी को पत्र भी लिखा है ।