नई दिल्ली: उर्जित पटेल ने निजी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया था। उनकी सरकार से तनातनी चल रही थी। सरकार ने शक्तिकांता दास को रिजर्व बैंक का नया गवर्नर बनाया। शक्तिकांता दास की नियुक्ति को कैबिनेट की कमेटी ने मंजूरी दे दी है। उनको 3 साल के लिए गवर्नर बनाया गया है।
शक्तिकांता दास पूर्व इकोनॉमिक अफेयर्स सेक्रेटरी रहे हैं। वो 2015 से 2017 तक इस पद पर थे। उन्होंने केंद्रीय बैंक के साथ बहुत नजदीकी से काम किया है। अभी वो फाइनेंस कमीशन के मेंबर और जी20 में सरकार के प्रतिनिधी भी हैं।
पीएम नरेंद्र मोदी ही दास को वित्त मंत्रालय में लाए थे। वो पहले रिवेन्यू सेक्रेटरी के पद पर आए। इसके बाद वो इकोनॉमिक अफेयर्स सेक्रेटरी बनाए गए। 2016 में नोटबंदी के दौरान इन्होंने ही पूरे अभियान की अगुआई की।
शक्तिकांता दास रिजर्व बैंक के 25वें गवर्नर बने। वो 1980 की बैच के आईएएस ऑफिसर हैं। दास तमिलनाडु कैडर से आते हैं। मई 2017 तक दास ने इकोनॉमिक अफेयर्स सेक्रेटरी पद थे। दास के सामने कई बड़ी चुनौतियां भी होंगी। पटेल के जाने के बाद रिजर्व बैंक में दास को कई काम करने होंगे। रिजर्व बैंक के बोर्ड की अगली बैठक 14 दिसंबर को होनी है। इसमें गवर्नेंस रिफॉर्म पर चर्चा हो सकती है।