समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज मेडिकल कालेज लखनऊ, ट्रामा सेंटर (के.जी.एम.यू.) पहुंचकर सड़क दुर्घटना में गम्भीर रूप से घायल रेप पीड़िता के धरना दे रहे परिवारीजनों से मुलाकात की और डाक्टरों से भी उसकी स्वास्थ्य के सम्बंध में जानकारी ली। अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी पहले दिन से पीड़िता और उसके परिवार के साथ है। हम लगातार पीड़िता और उसके परिवार के साथ खड़े रहेंगे और सड़क से संसद तक यह लड़ाई लड़ी जाएगी। अखिलेश यादव के साथ नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद श्री अहमद हसन व पूर्व कैबिनेट मंत्री श्री राजेन्द्र चौधरी भी थे।
इतना ही नहीं अखिलेश यादव ने कहा कि यह घटना दुःखद है। इसकी जितनी निंदा की जाए उतना कम है। बलात्कार पीड़िता की हत्या के प्रयास से देश-प्रदेश की हर एक मां, बहू, बेटी, बहन गहरे सदमें में हैं। महिलाओं में इस घटना को लेकर जो रोष-आक्रोश है वह दोहरे चरित्र वाली सत्ता को बहुत मंहगा पड़ेगा। यह घटना निहायत अमानवीय, शर्मनाक और निंदनीय है।
हम आप को बता दे की अखिलेश यादव ने पीड़ित परिवार से मिलने के बाद कहा कि परिवार की मांग है कि उनके चाचा को पैरोल पर छोड़ा जाए, उनका क्या गुनाह है? उन्होंने पीड़ित परिवार को नए राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल से मिलाने का सुझाव दिया ताकि उसे न्याय मिल सके। उन्होंने कहा सरकार को सामने आना चाहिए और पीड़िता की मदद करनी चाहिए। मुख्यमंत्री जी भरोसे के लायक नहीं है। सरकार को सब कुछ पता है। भाजपा को भूलना नहीं चाहिए कि उत्तर प्रदेश से ही राष्ट्रपति जी और प्रधानमंत्री जी है। घटना के दिन केन्द्रीय गृहमंत्री जी भी लखनऊ में थे। सरकार भाजपा की है इसलिए जिम्मेदारी सरकार की है कि वह न्याय करें।
अखिलेश यादव ने कहा कि बेटी न्याय के लिए पुलिस से मांग कर रही है किन्तु उसे न्याय नहीं मिल रहा है। उसके पिता की हत्या हो गई। भाजपा के नेताओं ने उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी। अब उसकी चाची और मौसी की मौत हो गई जबकि रेप पीड़िता और उनका वकील जीवन में संघर्ष कर रहे हैं। उसकी जान बचेगी या नहीं यह पता नहीं है।
इतना ही नहीं अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार और उसके विधायक पर उंगली उठी है। सरकार बहाना न बनाए। सामने आये और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करें। यूपी में कानून व्यवस्था का बुरा हाल है। उत्तर प्रदेश की जेलों में हत्या हो रही है। अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं। पुलिस सरकार की भाषा बोल रही है। भाजपा कुछ भी करा सकती है। महिला अस्मिता की बात करने वाली भाजपा खामोश क्यों है?
अखिलेश यादव ने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय के वर्तमान जज के अंतर्गत इस पूरे काण्ड की जांच होनी चाहिए। भाजपा विधायक को राज्य के बाहर जेल में भेजा जाना चाहिए। रेप पीड़िता को सरकार एक करोड़ रूपए की मदद दे। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार में 1090, यूपी डायल 100, पुलिस मुख्यालय आदि की व्यवस्था इसलिए की गई थी कि अपराध नियंत्रण हो। भाजपा संवेदन शून्य है। पुलिस को तो निष्पक्ष होना चाहिए।
हम आप को बता दे की अखिलेश यादव ने रेप पीड़िता के परिवार को पार्टी फण्ड से 10 लाख रूपए और घायल वकील के परिवार को 5 लाख रूपए की आर्थिक सहायता दिये जाने की घोषणा की। समाजवादी महिलासभा की अध्यक्ष श्रीमती गीता सिंह और राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती जरीना उस्मानी के साथ डाॅ0 मधु गुप्ता, सुश्री जूही सिंह एवं नाहिद लारी खान ने मेडिकल कालेज जाकर यह धनराशि पीड़िता के परिजनों को प्रदान की।