समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रामपुर में दो दिन की अपनी यात्रा के बाद आज बरेली पहुंचने पर मीडिया से वार्ता में कहा कि भाजपा सरकार की गलत आर्थिक नीतियों ने देश और प्रदेश को चैपट कर दिया है। हर सेक्टर में गिरावट है इस सबके बावजूद सरकार सौ दिन का कार्यकाल पूरा होने का जष्न मना रही है। जो प्रोजेक्ट समाजवादी सरकार ने शुरू किए थे उन्हें भी पूरा नहीं किया जा सका है। सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें करके देश की जनता को गुमराह किया जा रहा है।
यादव ने कहा कि भाजपा की नीतियों ने व्यापार खत्म कर दिया। इन्फ्रास्ट्रक्चर गड़बड़ा गया। मंहगाई बढ़ गई। रूपया सबसे निचले स्तर पर है। नौजवानों को रोजगार नहीं मिला है। उद्योग बंदी के कगार पर है। किसानों की मदद नहीं हो रही है। बिजली, डीजल-पेट्रोल सब महंगा है। निर्यात खत्म है, आयात बढ़ता जा रहा है।
इतना ही नहीं यादव ने कहा कि जो सरकार कहती थी जीरो टालरेंस टू करप्शन और जीरो टालरेंस टू लाॅ ऐंड आर्डर, उस सबका खुलासा हो गया है। अपराध इतना बढ़ा कि अपराधी जिसको चाहे उसको मार रहा है। कोई सुरक्षित नहीं रह गया है। प्रदेश में हर स्तर पर भ्रष्टाचार चरम पर है।
रोजगार के मुद्दे पर अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री जी कभी कहते हैं 50 लाख को नौकरी देंगे, कभी 24 लाख को नौकरी देने की बात करते हैं। अब दो लाख को नौकरी देने की बात करने लगे हैं। बाबा को पता नहीं कि कितने लोग प्रदेश में बेरोजगार हैं। उनकी नीतियों से नौजवानों को रोजगार तो मिला नही, उल्टे उनसे रोजगार और छिन गया है।
हम आप को बता दे की यादव ने आंवला के पथरी गांव के मृतक किसान कंुवर पाल के परिवार को दो लाख रूपए की मदद की। उन्होंने पीड़ित परिवार को 20 लाख रूपए की मदद दिए जाने की सरकार से मांग की।
इतना ही नहीं अखिलेश यादव ने रामपुर और बरेली दौरे से लखनऊ वापसी के बीच पीलीभीत में रूककर षाह जी मियां की दरगाह पर चादर चढ़ाई। यहां गेस्ट हाउस में उन्होंने कार्यकर्ताओं से मुलाकात की।
अखिलेश यादव ने पीलीभीत में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने कर्जमाफी का वादा किया लेकिन किसान आज भी कर्ज भी कर्ज की वजह से आत्महत्या कर रहे है।
अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि वे जोश खरोश के साथ 2022 में समाजवादी सरकार बनाने के लिए कमर कस लें। चुनाव समाजवादी पार्टी अपने बल पर लड़ेगी। समाजवादी अन्याय और शोषण के खिलाफ संघर्ष करते रहे हैं, वे आगे भी करेंगें। भाजपा की कुनीतियों से देश त्रस्त है। इसके गिने-चुने दिन ही रह गए हैं। अखिलेश यादव का पीलीभीत से लखनऊ वापसी में भी जगह-जगह कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया।