अरविंद सुब्रह्मण्यन ने नोटबंदी को एक बड़ा झटका करार देते हुए कहा कि नोटबंदी इकोनॉमी के लिए एक खतरनाक और तगड़ा झटका था। आपको बतादे कि अरविंद सुब्रह्मण्यन मोदी सरकार में आर्थिक सलाहकार है। अरविंद सुब्रह्मण्यन के इस बयान के बाद राहुल गांधी को मोदी सरकार पर हमला करने का एक और मौका मिल गया।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, मोदी सरकार पर आरोप लगते हिए कहा कि राफेल की तरह नोटबंदी भी एक बहुत बड़ा घोटाला है। राहुल गाँधी ने कहा कि खुद को बचाने के लिए पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर इससे अलग हो गए और अब अरविंद सुब्रह्मण्यन भी वैसा ही कर रहे हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मैं हैरान हूं कि जब वह सरकार के इस कदम से असहमत थे तो इन्होंने इस्तीफा क्यों नहीं दिया। अब परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है, जो भी दोषी होगा उसको सजा मिलेगी।
अरविंद ने कहा कि कि इकोनॉमी की रफ्तार वैसे ही पहले से धीमी थी। लेकिन नोटबंदी के बाद यह और भी तेजी से गिरने लगी। अरविंद ने अपनी किताब ‘ऑफ काउंसेल: द चैलेंजेस ऑफ द मोदी-जेटली इकोनॉमी’ में लिखा कि नोटबंदी से पहले की 6 तिमाही में अर्थव्यवस्था की रफ्तार 8 फीसदी की दर से थी। लेकिन वंही नोटबंदी के बाद की बात करें, तो इसके बाद 7 तिमाही में इकोनॉमी की रफ्तार घटी और यह 6.8 फीसदी पर आ गई।