बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने लोकसभा चुनाव से पहले राम मंदिर मुद्दा उठाने पर शनिवार को बीजेपी और शिवसेना पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि यह इन दलों की अपनी विफलताओं से ध्यान भटकाने की राजनीतिक चाल है।
मायावती ने कहा कि क्योंकि मामला सुप्रीम कोर्ट में है, इसलिए दलों और संगठनों को परिणाम का इंतजार करना चाहिए और मुद्दे को इस तरह नहीं उठाना चाहिए। बसपा प्रमुख ने मीडिया के समक्ष एक बयान में कहा, अपनी विफलताओं से ध्यान भटकाने के लिए उन्होंने राम मंदिर का मुद्दा उठाया है।
बसपा प्रमुख ने कहा कि यदि हिन्दुत्वादी संगठनों का इरादा नेक होता तो वे पांच साल इंतजार नहीं करते। यह उनकी राजनीतिक चाल के सिवाय और कुछ नहीं है। शिवसेना और विश्व हिन्दू परिषद् जैसे संगठन जो कुछ कर रहे हैं, वह उनकी साजिश का हिस्सा है।