लखनऊ: भारत देश की यह विशेषता है कि यहां जातियां राजनीतिक समीकरण को बनाती और बिगाड़ती हैं। वैसे तो बीजेपी के लिए पूर्वांचल में राह हमेशा कठिन रहा है लेकिन अब विपक्ष की घेरेबंदी से बीजेपी की मुसीबत और बढ़ती जा रही है। बीजेपी का वोट बैंक माने जाने वाला राजभर और चौहान समाज भी अब बीजेपी के साथ रहने के मूड में नहीं हैं। यदि लोकसभा चुनाव में यह दो जातियां पार्टी का साथ छोड़ती देतीं है तो बीजेपी की राह और भी मुश्किल हो जाएगी।
यूपी में सपा और बसपा के बीच गठबंधन होना तय है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के बयान से यह साफ हो गया है कि कांग्रेस को गठबंधन में जगह नहीं मिलेगी।
आरक्षण को लेकर राजभर और चौहान दोनों ही जातियों में गुस्सा साफ दिख रहा है। राजभर समाज के लोग जहां सुभासपा के बैनर तले एक हो रहे हैं तो वहीं नेता मूलचंद चौहान पूरे प्रदेश में आरक्षण बंटवारे के लिए गांव गरीब पंचायत का आयोजन कर रहे हैं। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के बैनर तले राजभर समाज प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर अनशन कर रहे हैं। जिस वजह से यूपी में भाजपा की मुश्किल बढ़ती जा रही हैं।