लखनऊ
एसपी के राट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के गन्ना किसान बीजेपी सरकार के धोखे के बुरी तरह शिकार हुए हैं। सरकार ने नवंबर के अंत तक चीनी मिलों में पेराई शुरू करने की समय सीमा निर्धारित की थी। समय सीमा समाप्त होने के बाद भी अभी सभी मिलों में पेराई शुरू नहीं हुई।
लागत में भारी बढोत्तरी होने के बाबजूद गन्ने
के समर्थन मूल्य में बढोत्तरी न होने से किसान हताश है । अखिलेश ने शनिवार को जारी बयान में कहा कि बीजेपी सरकार ने दिखावे और किसानों को बहकाने के लिए 44 चीनी मिलों को 2619 करोड रुपये के सॉफ्ट लोन का भुगतान किया है। किसानों को इससे कोई फायदा पहुंचने वाला नहीं है।
सच तो यही है कि भाजपा को किसानों की नहीं चीनी मिल मालिकों के हितों की चिंता है । उसकी नीतियां ही पूंजी घरानों की पक्षपाती है । गौरतलब है कि चीनी मिलों को शनिवार तक 3066 करोड रुपये का सॉफ्ट लोन जारी किया जा चुका है । योगी सरकार ने 4 हजार करोड रुपये के सॉफ्ट लोन की व्यवस्था चीनी मिलों के लिए की थी, जिससे किसानों को गन्ना मूल्य का समय से भुगतान किया जा सके । इसमें 3 हजार करोड रुपये से अधिक जारी किए जा चुके हैं । प्रमुख सचिव गन्ना एवं चीनी विभाग संजय आर. भूसरेडी ने बताया कि इस साल गन्ना किसानों को अब तक 43 हजार करोड रुपये का भुगतान किया जा चुका है।