आपको पता है कि जैसे हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्विटर अकाउंट के सामने चौकीदार शब्द लिखा वैसे ही एक मुहिम पूरे भारतवर्ष में छिड़ गई और बीजेपी के सभी वरिष्ठ नेता और कार्यकर्ता अपने नाम के सामने चौकीदार लिखकर इस मुहिम को आगे बढ़ा रहे हैं. इसी बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता आईपी सिंह ( IP Singh ) ने अपने नाम के सामने उसूलदार लिखा तो पार्टी के शीर्ष नेतृत्व उनसे विदा और उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया.
पार्टी से निकलने की वजह उसूलदार नहीं बल्कि आरपी सिंह का उसूल रहा है. इससे पहले उन्होंने बीजेपी के दागी नेता बाबू सिंह कुशवाहा पर टिप्पणी करने तथा उनका विरोध करने पर उन्हें पार्टी से बाहर निकाला गया था. आईपी सिंह ने कहा की पार्टी के अंदर कि लोकतंत्र समाप्त हो चुकी है सही को सही कहने पर लोगों को पार्टी से निकाला जा रहा है.
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इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि “आज आंतरिक भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ उठाने पर भारतीय जनता पार्टी में मेरी मैराथन पारी का अंत हुआ,जाते जाते मैं माननीय योगी आदित्यनाथ जी को शुभकामनाएँ देना चाहूँगा। सूपर CM ‘सुनील बंसल’ के राज में वो कैसे जी रहे हैं ये सिर्फ़ वही जानते हैं, सब कुछ देख कर भी अनदेखा करना पड़ता है।”
समाजवादी पार्टी की ओर से अखिलेश यादव के आजमगढ़ से लड़ने की घोषणा के तुरंत बाद बीजेपी नेता आईपी सिंह ने ट्वीट कर कहा,”माननीय अखिलेश यादव जी का आजमगढ़ पूर्वांचल से लोकसभा का चुनाव लड़ने की घोषणा होने के बाद पूर्वांचल की जनता में खुशी की लहर, युवाओं में जोश,आपके आने से पूर्वांचल का विकास होगा. जाति और धर्म की राजनीति का अंत होगा,मुझे खुशी होगी यदि मेरा आवास भी आपका चुनाव कार्यालय बने”.
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अखिलेश यादव के आजमगढ़ से चुनाव लड़ने की घोषणा से यूपी के एक बीजेपी नेता ने खुशी जताई है. कभी यूपी में कल्याण सिंह सरकार में दर्जा राज्य मंत्री रहे आइपी सिंह ने अखिलेश यादव के सामने अपने घर को चुनाव कार्यालय बनाने का ऑफर रखा है. टीवी चैनलों पर अक्सर बीजेपी का पक्ष रखते हुए नजर आने वाले सिंह मूलतः आजमगढ़ के ही रहने वाले हैं.
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