केंद्र की मोदी सरकार की विफलता के चलते जहाँ भारत की अर्थव्यवस्था संकट के दौर से गुज़र रही है, वहीँ सत्ता में बैठी भारतीय जनता पार्टी के अच्छे दिन लगातार जारी हैं और उसकी आय में रिकॉर्ड तेजी दर्ज हो रही है। हम आप को बता दें कि एक रिपोर्ट के अनुसार 2018-19 में भाजपा की आय 135% बढ़कर 2,410 करोड़ रुपए हो गई है, जबकि 2017-18 में बीजेपी की आय कुल 1,027 करोड़ थी।
भूलेख ऑनलाइन खसरा खतौनी नकल जमाबंदी से जुड़े कुछ सवाल और उनके जवाब
इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के अच्छे दिन आने की बात कही तो थी, पर अच्छे दिन भारत के नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी के जरूर चल रहे हैं। एक ओर जहाँ पूरे देश में अस्थिरता और डर का माहौल है, वहीँ ऐसी रिपोर्ट देखकर देश की जनता को ठगा हुआ सा एहसास कराती हैं।
ये भी पढ़े : किसानों से ज्यादा बेरोजगार कर रहे खुदकुशी, NCRB के आंकड़ों से खुलासा
गौरतलब है कि अंग्रेज़ी अख़बार टाइम्स ऑफ इंडिया ने इस बात का खुलासा बीजेपी की वार्षिक रिपोर्ट के आधार पर किया है। रिपोर्ट के मुताबिक, 2,410 करोड़ रुपए में बीजेपी ने 1,450 करोड़ रुपए चुनावी बॉन्ड के ज़रिए हासिल किए हैं। जबकि 2017-18 में पार्टी को चुनावी बॉन्ड के ज़रिए महज़ 210 करोड़ रुपए हासिल हुए थे।
बीजेपी ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में दिखाया है कि पार्टी ने 2018-19 के लिए कुल खर्च 1,005 करोड़ रुपए किए हैं। जो कि पिछले साल के मुकाबले 32 फीसदी ज़्यादा है। 2017-18 में पार्टी ने 758 करोड़ रुपए ही खर्च किए थे। इसके साथ ही 2018-19 में पार्टी ने प्रचार पर भी ज़्यादा खर्च किया है। भाजपा की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक, 2018-19 में चुनाव और सामान्य प्रचार पर पार्टी ने 792.4 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। जबकि 2017-18 में ये खर्च 567 करोड़ रुपए था।
ये भी पढ़े : JNU हिंसा के वीडियो में दिख रही नक़ाबपोश लड़की ABVP की कार्यकर्ता निकली
बता दें कि ये रिपोर्ट एनजीओ एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) द्वारा सात राष्ट्रीय दलों के कुल आय और व्यय का विश्लेषण करने के बाद तैयार की गई है। जैसा कि चुनाव आयोग को भाजपा के आयकर रिटर्न में घोषित किया गया था।