उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर में जिला योजना समिति की बैठक चल रही थी। निर्माण कार्य के लोकार्पण में सांसद का नाम नहीं खुदवाया गया था। MP साहब ने आपत्ति किया तो विधायक ने जवाब देना चाहा फिर क्या था सांसद जी अपना आपा खो बैठे और विधायक के सिर पर दनादन कर दिया जूतों की बारिश।
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पहले तो विधायक पिटते रहे बाद में उन्होंने भी मोर्चा संभाल लिया। जिलाधिकारी प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन और अन्य माननीय इनकी लड़ाई असहाय होकर देखते रहे। सांसद शरद त्रिपाठी एवं विधायक राकेश सिंह बघेल के बीच जो जूतमपैजार हुआ वह इनके निंदनीय और घटिया आचरण का प्रस्तुतीकरण करने के लिए काफी है।
हमें नहीं लगता कि इस प्रकरण पर थाने में कोई अपराध दर्ज होगा क्योंकि मामला सदन के भीतर का है। प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन जहां बैठक छोड़कर लखनऊ के लिए रवाना हो गए वहीं सांसद जी को देर तक किसी कमरे में बंद करके रखा गया था।