जैसे – जैसे लोकसभा चुनाव सामने आते जा रहे है वैसे – वैसे बीजेपी की मुस्किले बढती जा रही है। भाजपा के डूबती नाव को देखते हुए इनके अपने सहयोगी दल और नेता इनका साथ छोड़ते जा रहे है। हम आप को बता दे की 2019 के चुनाव से पहले भाजपा को तगड़ा छटका लगा है। अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री गेगांग अपांग नेदिया ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देते ही गेगांग अपांग भाजपा पर खूब बरसे। हम आप को बता दे की गेगांग अपांग भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे है और 24 साल तक अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे है। इस्तीफा देने की वजह उन्होंने बीजेपी की तानाशाह रवैया को बताया है ।
इस्तीफा देते ही पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ट नेता गेगांग अपांग भाजपा पर जम कर बरसे उन्होंने कहा की मौजूदा भाजपा पार्टी नेतृत्वा अटल बिहारी बाजपेयी के सिद्धान्तों को भुला चुकी है । गेगांग अपांग अपने भेजे त्याग पत्र में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से कहा है की ” मै ये देखकर निराश हु की भाजपा अब दिवंगत अटल बिहारी बाजपेयी के सिद्धान्तों पर नहीं चल रही है । पार्टी एक नेता के मुठ्ठी में आ गई है और सिर्फ सत्ता हासिल करने का मंच बन गयी है । यह एक एसे नेता के मुठ्ठी में है जो विकेन्द्रीयकरण या लोकतान्त्रिक निर्णय प्रणाली से नफरत करता है और उन मुल्ल्यो को नहीं मानता जिसके लिए पार्टी की स्थापना हुई थी ।”
उन्होंने बताया की 2014 में भाजपा को अरुणाचल प्रदेश में जनता का बहुमत नहीं मिला था । लेकिन भाजपा नेतृत्वा ने खरीद फरोक किया और हर वो काम किया जो पार्टी के सिद्धान्तों से अलग थी और कलिखो पुल को मुख्यमंत्री बनवा दिया । उन्होंने बताया की पार्टी के अन्दर आंतरिक लोकतंत्र खत्म हो चुका है और पार्टी के अन्दर किसी को अपना विचार रखने का अधिकार नहीं है । हम आप को बता दे की गेगांग अपांग 24 साल तक अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके है और एसे में उनका इस्तीफा देना भाजपा की मुश्किले बढ़ा सकता है।