दिल्ली: भगवान हनुमान को दलित बताने वाले यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान के बाद दिल्ली के कनाट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर पर कब्जा लेने के लिए दलित समाज के लोग पहुंचे। उन्होंने मंदिर परिसर में भगवान के दर्शन से पहले नारेबाजी भी की। प्रदर्शन के दौरान जमीन पर बैठे लोगों ने ‘एक ही नारा दो ही नाम, जय भीम जय हनुमान’ और ‘जब हनुमान हमारे हैं, मंदिर क्यों तुम्हारे हैं’ के नारे लगाए गए।
उनका कहना था कि सीएम योगी ने भगवान हनुमान को दलित बताया है। इसलिए उन्हें हनुमान मंदिरों में पुजारी बनाया जाए। वे भी भगवान की सेवा करना चाहते हैं। सवर्णों ने मंदिरों पर कब्जा किया हुआ है। हम चाहते हैं कि दलित समाज को भी भगवान की सेवा करने का मौका मिले।
उधर दलित समाज के प्रदर्शन का मंदिर आने वाले भक्तों ने विरोध भी किया। उनका आरोप है कि उन्हें मंदिर में प्रवेश से रोका गया। मंदिर परिसर में मौजूद पुजारियों ने भी इसे गलत बताया।कुछ लोगों ने जय भीम के नारे लगाते हुए खुद को भीम सैनिक बताया।
उन्होंने कहा कि सदियों से हिंदुत्व का हवाला देते हुए सभी सवर्ण पुजारियों ने मंदिर और मठों पर अपना कब्जा रखा है। जबकि दलित समाज सिर्फ मंदिरों में दान ही करता रहा है। अब यूपी के मुख्यमंत्री की वजह से दलितों को भी मौका मिला है कि वह मंदिरों में पुजारी बनकर जन सेवा करेंगे।