अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप दो दिवसीय दौरे पर भारत में हैं। डोनाल्ड ट्रंप का अमेरिकी दौरा सोमवार को अहमदाबाद से शुरू हुआ। इसके बाद उन्होंने आगरा जाकर ताजमहल का दीदार किया। दोनों देशों के बीच आज दिल्ली में कई अहम समझौते भी हुए। इसके बाद पत्रकारों से बात करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने नागरिकता कानून और दिल्ली में इसे लेकर चल रहे विरोध प्रदर्शन पर पूछे गए सवाल का भी बेबाकी से जवाब दिया। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि दिल्ली हिंसा के बारे में मैंने सुना है, लेकिन पीएम मोदी से इसे लेकर कोई चर्चा नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी से धार्मिक स्वतंत्रता पर बात हुई है और वह धार्मिक आजादी के पक्षधर हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि मैं CAA पर कोई बयान नहीं देना चाहूंगा क्योंकि यह भारत का फैसला है और मुझे उम्मीद है कि भारत अपने लिए उचित कदम उठा सकता है और वह सही फैसला लेगा। ‘
इसके अलावा भी कई मुद्दों पर पूछे गए सवालों का ट्रंप ने बेबाकी से जवाब दिया। यह पूछे जाने पर कि क्या रूस अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश कर रहा है? इसके जवाब में ट्रंप ने कहा कि खुफिया एजेंसियों ने मुझे कभी नहीं बताया। साथ ही अमेरिका-तालिबान शांति समझौते पर उन्होंने कहा कि हम इसके काफी करीब हैं। ट्रंप ने कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवाद पर काबू पाने को लेकर कहा कि मुझे नहीं लगता कि जितना मैंने किया उससे ज्यादा किसी ने किया है। उन्होंने कहा कि रूस, सीरिया और ईरान को भी ऐसा करना चाहिए।
हम आप को बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप के दौरे से ठीक पहले दिल्ली में नागरिकता कानून को लेकर चल रहा विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया। उत्तर पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों में चल रहे प्रदर्शन में अब तक 1 पुलिसकर्मी समेत 10 लोगों की जान चली गई है। उत्तर पूर्वी दिल्ली में अगले एक महीने के लिए धारा 14 लगा दी गई है। दिल्ली पुलिस के पीआरओ एमएस रंधावा ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा पर कहा, ’56 पुलिसकर्मी घायल हैं, हेड कॉन्स्टेबल रतन लाल की मौत हो गई है।