नई दिल्ली: शीतकालीन सत्र के ठीक पहले संसद तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए देशभर से लाखो किसान बृहस्पतिवार को रामलीला मैदान में आगए। आज किसान संसद का घेराव करने के लिए चल दिए है। किसान आन्दोलन ने इसे “किसान मुक्ति मार्च” नाम दिया है। आयोजकों ने पहले ही घोषणा कर दी थी कि दिल्ली पुलिस की पूरी कोशिश है कि किसानों को रामलीला मैदान में ही रोका जाए उन्हें संसद भवन तक न जाने दिया जाय। किसान कर्ज माफी, फसलों के उचित दाम के मुद्दों को लेकर दिल्ली पहुंचे हैं।
किसान अपनी दो मांग को लेकर संसद की ओर निकल चुके है किसानो कि मांग है कि संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए और वहां किसानों के कर्ज़ और उपज की लागत को लेकर पेश किए गए दो प्राइवेट मेंबर्स बिल पारित किये जाएं।
‘लाठी गोली खाएंगे, फिर भी आगे जाएंगे’,
‘मोदी सरकार होश में आओ’
जैसे सरकार विरोधी नारे लगाते हुए ये किसान देश के कई राज्यों से दिल्ली में पहुचे है। संसद भवन की ओर जाते हुए किसानों ने अर्धनग्न होकर सरकार के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं। यह प्रदर्शन तमिलनाडु के किसान संसद मार्ग पर कर रहे हैं।
ये किसान आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और अन्य राज्यों से यहां आए हुए हैं।