यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री और समाजवादी पार्टी नेता आजम खां, उनकी पत्नी राज्यसभा सदस्य डॉ. तजीन फातिमा और उनके बेटे अब्दुल्ला आजम पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ है। आजम खां के परिवार पर यह मामला उनके बेटे अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाणपत्र बनवाने के संबंध में दर्ज किया गया है। पुलिस ने यह मामला भाजपा लघु उद्योग प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय संयोजक आकाश सक्सेना के कहने पर दर्ज किया है। वहीं विधायक अब्दुल्ला का कहना है कि इन सभी ज्यादतियों का बदला जनता अगले लोकसभा चुनाव में लेगी।
आकाश सक्सेना ने 17 दिसंबर को लखनऊ में प्रमुख सचिव गृह को ज्ञापन सौंपकर आरोप लगाया था कि विधायक अब्दुल्ला आजम के जन्म के दो-दो प्रमाणपत्र बने हुए हैं। आकाश के आरोप हैं कि विधायक अब्दुल्ला आजम का एक जन्म प्रमाणपत्र 28 जून, 2012 को रामपुर नगरपालिका परिषद से जारी किया गया है। ये प्रमाणपत्र आजम खां और डॉ. तजीन फातिमा के शपथपत्र के आधार पर जारी किया गया है। इसमें अब्दुल्ला का जन्म स्थान रामपुर दिखाया गया है।
वहीं, दूसरा प्रमाणपत्र 21 जनवरी, 2015 को लखनऊ नगर निगम से बना है, जो क्वीन मेरी अस्पताल के डुप्लीकेट जन्म प्रमाणपत्र के आधार पर जारी किया गया है। इसमें अब्दुल्ला का जन्म स्थान लखनऊ दिखाया गया है। आकाश सक्सेना का आरोप है कि रामपुर नगरपालिका से जारी जन्म प्रमाणपत्र का पासपोर्ट में गलत इस्तेमाल कर विदेश यात्राएं की गईं, जबकि लखनऊ नगर निगम से जारी जन्म प्रमाणपत्र का सरकारी दस्तावेजों और जौहर यूनिवर्सिटी की विभिन्न मान्यताओं में उपयोग में किया गया है।
प्रमुख सचिव गृह ने इस मामले की जांच का आदेश एसपी रामपुर को दिया था। एसपी की जांच पूरी होने के बाद गंज थाने पूर्व मंत्री आजम खां, राज्यसभा सदस्य डॉ. तजीन फातिमा और विधायक अब्दुल्ला आजम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।