हरियाणा की राजनीति में घमासान छिड़ गया है. जननायक जनता पार्टी (JJP) के उपाध्यक्ष और विधायक रामकुमार गौतम (Ram Kumar Gautam) ने पार्टी पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा कि दुष्यंत चौटाला (Dushyant Chautala) को भूलना नहीं चाहिए कि वह पार्टी विधायकों की वजह से उप-मुख्यमंत्री बने हैं. इसी के साथ उन्होंने दुष्यंत द्वारा बीजेपी के साथ गठबंधन को लेकर भी दुख जाहिर किया है.
JJP विधायक रामकुमार गौतम ने कहा, ‘JJP और बीजेपी का गठबंधन हमारी पार्टी के अधिकतर नेताओं की जानकारी के बगैर हुआ था. मैं बहुत दुखी हूं कि उन लोगों ने एम्बियंस मॉल में गठबंधन को लेकर बातचीत की थी और जब हमें इसका पता चला तो हमें बहुत बुरा लगा. जनता को दुख पहुंचा और सभी विधायक दुखी थे. सभी अच्छे विभाग दुष्यंत ने ले लिए. बाकी दूसरे विधायकों का क्या. क्या उन लोगों को जनता ने वोट नहीं दिया.’
रामकुमार गौतम ने डिप्टी सीएम पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, ‘उसने (दुष्यंत चौटाला) कहा कि वह हम लोगों को तीन महीने तक परखेगा. तुम होते कौन हो हमें परखने वाले.’ उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम ने 11 मंत्रालय अपने पास रखे हैं और सिर्फ पार्टी के एक विधायक को महत्वहीन मंत्रालय का जूनियर मिनिस्टर बनाया है. दुष्यंत चौटाला सत्ता में आने के बाद अपने परिवार को भूल गए.
हरियाणा में JJP और बीजेपी गठबंधन के बाद माना जा रहा था कि रामकुमार गौतम को मंत्रालय जरूर दिया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. उन्होंने आगे कहा, ‘मैं चुनाव नहीं लड़ना चाहता था लेकिन दुष्यंत और उसके पिता अजय चौटाला चाहते थे कि मैं उनके साथ आऊं. वह जानते थे कि सिर्फ एक मैं ही हूं जो निवर्तमान विधायक कैप्टन अभिमन्यु को हरा सकता हूं.’