दिल्ली के उप मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन पर आरोप लगाते हुए कहा की है कि वह अपनी शिक्षा विरोधी मानसिकता के चलते दिल्ली के सरकारी स्कूलों में होने वाली पैरंट टीचर मीटिंग को रुकवाना चाहते हैं और इसलिए उन्होंने दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल को चिट्ठी भी लिखी है।
हम आप को बता दे की आम आदमी पार्टी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए मनीष सिसोदिया ने कहा, ‘हर्षवर्धन जी आपकी हिम्मत कैसे हो गई दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पीटीएम को रद्द करवाने के लिए उपराज्यपाल को चिट्ठी लिखने की. आपको शर्म आनी चाहिए इस बात पर”
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इतना ही नहीं सिसोदिया ने कहा, ”मैं डॉक्टर हर्षवर्धन का सम्मान करता हूं लेकिन इस बात के लिए मुझे दुख भी है और मुझे गुस्सा भी आ रहा है कि हमारी दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता भी हैं जिनको पैरंट टीचर मीटिंग से दिक्कत हो रही है. सिसोदिया के मुताबिक 4 जनवरी को दिल्ली के सरकारी स्कूलों की 6वीं से 12वीं कक्षा तक के बच्चों के अभिभावकों की टीचर के साथ मीटिंग होनी है जिसमें सबसे अहम है वह छह लाख बच्चे जिनके अगले 45 दिन के अंदर बोर्ड एग्जाम शुरू होने वाले हैं. स्कूलों में अभी प्री बोर्ड एग्जाम खत्म हुए हैं और टीचर पेरेंट्स से इस बारे में चर्चा करना चाहते हैं.”
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सिसोदिया ने बताया कि उन्हें अखबार से पता चला है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने ठंड का हवाला देकर दिल्ली के उपराज्यपाल को पैरंट टीचर मीटिंग रद्द करने के लिए कहा है. हालांकि सिसोदिया ने कहा के उपराज्यपाल को यह मीटिंग रद्द करने का अधिकार नहीं है इसलिए यह मीटिंग 4 जनवरी को होकर रहेगी.
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हम आप को बता दें कि बुधवार को ही मनीष सिसोदिया ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर शिक्षा महंगी करने की साज़िश रचने का आरोप लगाया था. सिसोदिया ने कहा था कि दिल्ली सरकार ने जब 10वीं और 12वीं की CBSE परीक्षा की फ़ीस भरने का ऐलान किया तो बीजेपी ने इसे रोकने की साज़िश क्यों रची? बीजेपी के नेता जवाब दें कि वो दिल्ली के लाखों बच्चों की पढ़ाई को महंगा रखने की साज़िश क्यों रच रहे थे?’