आज कल बिहार में कहा जा रहा है की सुशासन की सरकार है। लेकिन तमाम हो रही आपराधिक घटनाओ को देखकर ऐसा नहीं लगता है। अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और इन्होंने कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ा दी हैं। लगातार बड़ रहे अपराध और गोली मारने की घटनाओं ने एक बार फिर से नीतीश कुमार के सुशासन की पोल खोल दी है। व्यापारियों की लगातार हो रही हत्याओं ने एक बार फिर से इस बात की चर्चा तेज कर दी है कि क्या बिहार को फिर से जंगलराज की नजर लग गई है?
दरअसल बात ये है की बिहार के दरभंगा में आज फिर से बेखौफ अपराधियियों ने एक व्यापारी की गोली मार कर हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि के पी शाही नामक एक व्यापारी को दरभंगा में रानीपुर के पास एनएच 57 पर बाइकसवार अज्ञात हमलावरों ने गोली मार कर हत्या कर दी। इसमें हैरान करने वाली बात ये है कि बीते 72 घंटों में यह तीसरी घटना है।
दरअसल खबर ये है की सदर थाना क्षेत्र के NH 57 पर रानीपुर के पास सड़क निर्माण कंपनी के बड़े ठेकेदार और एस. के. कंस्ट्रक्शन के मालिक कुशेस प्रसाद शाही को अज्ञात बाइक सवार अपराधियो ने गोली मार कर हत्या कर दी। ये घटना तब हुई जब वो घर से ऑफिस जा रहे थे। हालांकि, अपराधी मौके से फरार हो गए हैं। केपी शाही को डीएमसीएच में भर्ती कराया गया, जहां उनकी मौत हो गई। केपी शाही को चार गोली लगी है। बताया जा रहा है कि केपी शाही NAHI के लिए काम करते थे। कार से अपने ऑफिस जा रहे थे, तभी ऑफिस से थोड़ी दूर पहले ही अपराधियों ने कार पर हमला कर दिया और चार गोलियां दाग दीं।
वहीं, बिहार के मुजफ्फरपुर में शुक्रवार को एक व्यापारी को गोलीमार कर उसकी हत्या कर दी गई। हथौड़ी थाना क्षेत्र के भदेई गांव में लड्डू सिंह नामक शख्स की भी हत्या कर दी गई थी। गुरुवार को भी वैशाली में अपराधियों ने एक और घटना को अंजाम दिया था। बिहार के वैशाली जिले के औद्योगिक थाना क्षेत्र में गुरुवार को दिनदहाड़े पटना के नामी व्यवसायी गुंजन खेमका की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
बिहार में बिगड़े कानून-व्यवस्था पर विपक्ष भी नीतीश कुमार पर हमलावर है। दिन दहाड़े गोली मारने की घटनाओं से बिहार में नीतीश कुमार के सुशासन की पोल खुलने लगी है। तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर फिर से नीतीश कुमार पर हमला बोला है। तेजस्वी ने लिखा कि- मुज़फ़्फ़रपुर में एक व्यापारी की गोली मारकर हत्या। बिहार में गाजर-मूली की तरह लोग काटे जा रहे हैं। चहुंओर गोलियों की तड़तड़ाहट से आम आदमी ख़ौफ़ में है। CM ने थानों की बोली लगा दी है। जातीय आधार पर पोस्टिंग हो रही है। JDU नेताओं व पुलिसकर्मियों के लिए शराबबंदी कामधेनु गाय बन गयी है।