नई दिल्ली: तीन राज्यों में कांग्रेस की से अब हरियाणा में भाजपा सरकार की मुसीबतें बढ़ गई हैं। प्रदेश में बीजेपी चार साल का कार्यकाल पूरा कर चुकी है और हरियाणा में भाजपा सरकार का अब जनता प्रति जवाब देने का समय भी आ गया है। ऐसे में तीन राज्यों में कांग्रेस के जीत का सीधा असर हरियाणा पर पड़ेगा।
16 दिसंबर को हरियाणा में होने वाले मेयर चुनाव के लिए मतदान होना है। इस बार मेयर का चुनाव भी सीधे हो रहा है। अभी तक मेयर का चुनाव पार्षदों के माध्यम से होता था, जिसमें सत्ताधारी पार्टी अपना मेयर बनाने में कामयाब हो जाति थी, लेकिन इस बार यह मेयर क्र चुनाव का रास्ता आसान नहीं है।
मेयर का सीधा चुनाव भाजपा के लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बना हुआ है। कांग्रेस और अन्य दल इस चुनाव में हावी होने का प्रयास करेंगे, क्योंकि उनकी अगली रणनीति भी इसी चुनाव के माध्यम से बनेगी। इस मेयर चुनाव को लोकसभा चुनाव के साथ जोड़ना भी गलत नहीं होगा। 2014 में भाजपा ने हरियाणा में लोकसभा के दस ने से सात सीटों पर जीत दर्ज की थी।