नई दिल्ली: दिल्ली में किसान आन्दोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है ।देश के किसान अपनी कर्ज माफ़ी और फसलों के सही दाम को लेकर कई प्रदर्सन करते चले आ रहे है। तो वंही देश भर से आये हजारों किसान दिल्ली के संसद मार्ग पर ‘किसान मुक्ति मार्च’ बैनर के निचे सरकार के प्रति अपना विरोध दिखा रहे है। किसानो का कहना है कि हमारा कर्जमाफी और हमारे फसल का हमें बेहतर आमदनी मिले किसान रामलीला मैदान से संसद भवन की ओर जा रहे हैं।
किसान रैली को संबोधित करते हुए स्वराज इंडिया पार्टी के नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि जो पार्टी किसानों का समर्थन नहीँ करेगी वो किसानों की सबसे बड़ी दुश्मन है। किसानों की मुठ्ठी उठाकर काम नहीं चलेगा तो किसान अपनी अंगुली से 2019 में लोकसभा चुनाव में जवाब देंगे। योगेंद्र यादव ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार अब तक की सबसे बड़ी किसान विरोधी सरकार है।
किसानों की मांग है कि किसानों के लिए अलग से संसद सत्र बैठे। किसान व किसानी के समक्ष संकट पर विस्तार से चर्चा हो और इन संकटों का हल निकले। उन्होंने केंद्र को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसान कर्ज मुक्ति के साथ फसलों का डेढ़ गुना इस आन्दोलन में देश के 208 किसान संगठनों ने हिस्सा लिया है ।
दाम नहीं मिला, तो 2019 के लोकसभा चुनाव में सरकार को इसकी कीमत चुकानी होगी। किसान मार्च में राहुल गाँधी, अरविन्द केजरीवाल,सरद यादव, और सीताराम येचुरी जैसे बड़े नेताओ ने हिस्सा लिया।