यूपी के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के रास्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नीति आयोग द्वारा जारी किए गए सतत विकास लक्ष्य सूचकांक (एसडीजी) को लेकर बीजेपी सरकार को घेरे में लिया है। इस रिपोर्ट को लेकर अखिलेश यादव ने ट्वीट में प्रदेश की बीजेपी सरकार और सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है की ‘बीजेपी के तथाकथित विकास को आखिरकार प्रमाण-पत्र मिल ही गया। प्रदेश की त्रस्त जनता सब देख रही है और जवाब देने के लिए सही समय की प्रतीक्षा कर रही है।’
हम आप को बता दें, नीति आयोग के सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) सूचकांक, 2018 में हिमाचल प्रदेश, केरल और तमिलनाडु सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाले राज्य बने हैं। शुक्रवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस सूचकांक को सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरण की स्थिति के आधार पर तैयार किया गया है। एसडीजी सूचकांक में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले राज्यों में असम, बिहार और उत्तर प्रदेश शामिल हैं। इस सूचकांक के मुताबिक असम, बिहार और उत्तर प्रदेश सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले राज्य हैं।
आयोग ने एसडीजी इंडिया सूचकांक विकसित किया है। यह एक मापने योग्य सूचकांक के आधार पर राज्यों-संघ शासित प्रदेशों की प्रगति का आकलन करने वाले वृहद सूचकांक है। इसकी पहली रिपोर्ट भारत में संयुक्त राष्ट्र के सहयोग से तैयार की गई है। इस सूचकांक में संयुक्त राष्ट्र द्वारा एसडीजी में तय किए गए 17 में से 13 लक्ष्यों को शामिल किया गया है। सूचकांक के तहत राज्यों की निगरानी संयुक्त राष्ट्र द्वारा बताए गए 306 राष्ट्रीय संकेतकों में से 62 पर तत्काल आधार पर की जाएगी।
अखिलेश यादव ने ट्विटर पर एक तस्वीर पोस्ट की और लिखा, ‘नीति आयोग ने सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरण के पैमानों पर उप्र को सबसे निचले स्तर पर रखा है।’ उन्होंने लिखा, ‘बीजेपी के तथाकथित विकास को आखिरकार प्रमाण-पत्र मिल ही गया। प्रदेश की त्रस्त जनता सब देख रही है और जवाब देने के लिए सही समय की प्रतीक्षा कर रही है।’