समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार में कोई भी सुरक्षित नहीं है। कोई भी कहीं भी मारा जा सकता है। महिला उत्पीड़न सबसे ज्यादा है। निर्दोष एनकाउण्टर में मारे जा रहे हैं। लगता है पूरी व्यवस्था ध्वस्त है अन्यथा सम्मान और जीवन असुरक्षित क्यों होता?
इतना ही नहीं केन्द्र सरकार के गृह विभाग की नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो ने दो वर्षों के बाद अपराध का जो ब्यौरा प्रकाशित किया है उसके अनुसार उत्तर प्रदेश महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में शीर्ष पर है। महिलाओं के खिलाफ अपराध के देश भर में 3,59,849 मामले दर्ज हुए जबकि उत्तर प्रदेश 56,011 मामलों के साथ शीर्ष पर रहा। यू.पी. में अपहरण, बलात्कार के मामलों में भी वृद्धि हुई है।
स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था का भारी संकट है। भाजपा राज में किसान और नौजवानों का कोई पुरसाहाल नहीं है। कर्ज और बेकारी से परेशानी में आत्महत्या का रास्ता ही उन्हें सूझता है। भाजपा नेतृत्व रामराज्य की बात तो करते है लेकिन यथार्थ में असहमति की कहीं भी आवाज उठती है तो उसे देशद्रोह मान लिया जाता है।
भारतीय जनता पार्टी सरकार में विकास की कोई चर्चा नहीं होती है। देश की अर्थव्यवस्था चिंताजनक स्थिति में है। नोटबंदी और जीएसटी ने व्यापार और उद्योगधंधो को चौपट करके रख दिया है। उत्तर प्रदेश में अपराध नियंत्रण के लिए समाजवादी पार्टी द्वारा शुरू की गई। विश्वस्तरीय व्यवस्था ‘यूपी डायल 100‘ की जगह अब 112 को रखने से कानून व्यवस्था चुस्त-दुरूस्त होने से रही। महिला अपराधों की रोकथाम के लिए 1090 वूमेन पावर लाइन का भी बुरा हाल हो गया है।
अखिलेश यादव ने बताया की भाजपा ने अब तक दो ही काम किए हैं। एक समाजवादी सरकार के कामों को अपना बताना और जनहित के दूसरे कामों को बर्बाद करना। भाजपा के काम के तरीकों से जनता का उस पर भरोसा नहीं रह गया है। लोकतंत्र का यह सबसे दुखद अध्याय है।