भोपाल : मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के विधानसभा क्षेत्र बुधनी में चुनाव रेमंचक होता जा रहा है। शनिवार को बुधनी विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार कर बीजेपी के विकास के दावे की किले को ध्वस्त कर दिया है। बुधनी के ग्राम पलासी कूर्द के मतददाताओं ने मूलभूत सुविधाए न मिल पाने के कारण मतदान के बहिष्कार की घोषणा की है।
बुधनी विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है कि विकास नहीं तो वोट नहीं। इतना ही नहीं बल्कि वहा के लोगो ने ये भी कहा कि अब वो किसी भी राजनीतिक पार्टी को वोट नहीं देंगे। वो कहते हैं कि चुनाव के समय नेता लोकलुभावने वादे करते हैं और जीतने के बाद गायब हो जाते हैं कोई पलट कर देखने भी नहीं आता है।
नसरुल्लागंज बुधनी विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीणों ने बिजली, पानी, स्कूल, सड़क की समस्याए और बुनियादी सुबिधाओं को लेकर चुनाव के बहिष्कार की घोषणा कीया है और गांव के लोगों ने इसके लिए बैनर भी लगाया है। वह के ग्रामीणों का कहना है कि 70 साल से हम सड़क संपर्क और पानी के लिए तरस रहे हैं और १५ साल से यहां की सरकार हमारे लिए कुछ नहीं कर रही है।
गांव वालों का साफ-साफ कहना है कि अगर विकास नहीं तो वोट नहीं करेंगे. उनका कहना यह भी है कि कोई भी राजनीतिक दल यहां वोट मांगने नहीं आए, हम किसी भी पार्टी को वोट नहीं देंगे. ग्रामीणों का कहना है कि चुनाव के समय नेता आकर लुभावने वादे करते हैं और जीतने के बाद फिर गायब हो जाते हैं। इस गांव में अभी भी सड़क, पानी और बिजली जैसी मूलभूत सुविधा नहीं मिल पा रही है जबकि प्रदेश भर में सीएम संबल योजना का जिक्र करते हुए नहीं थक रहे और तो और दो दिन पहली ही उनके पुत्र कार्तिकेय के खिलाफ गांव वालों में मोर्चा खोलते हुए उन्हें गांव की सड़कों की असली तस्वीर दिखाई थी।
नसरुल्लागंज बुधनी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस ने कद्दावर नेता अरुण यादव को अपना उम्मीदवार बनाया है और अरुण यादव के उम्मीदवार बनते ही मददाताओं ने शिवराज सिंह की पत्नी साधना सिंह और पुत्र कार्तिकेय को विकास के नाम पर घेरना शरू कर दिया है।