लखनऊ : नार्दर्न रेलवे मेन्स यूनियन के 70वें वार्षिक अधिवेशन में बतौर मुख्य अतिथि के तौर पे आये रेल मंत्री पीयूष गोयल को लखनऊ में रेलकर्मियों का विरोध झेलना पड़ा। कर्मचारियों ने उनके सामने ही रेलमंत्री मुर्दाबाद के नारे लगाए और मंच पर गमले फेंकने लगे। यह हाल देखकर सुरक्षाकर्मियों में हड़कंप मच गया तो वो सुरक्षा घेरा बनाकर मंत्री को मंच से बाहर ले जाने की कोशिश करने लगे और कुछ कर्मचारी तो इस दौरान हाथापाई की नौबत पर भी उतर गए और उनकी फ्लीट के आगे कूद भी गए। इस जबर्दस्त हंगामे की स्थिति में किसी तरह से सुरक्षाकर्मी उन्हें आक्रोशित रेलकर्मियों के बीच से निकालकर कार तक लेकर जाने में सफल रहे। कार्यक्रम स्थल से सीधे रेल मंत्री का काफिला लखनऊ स्थित अमौसी एयरपोर्ट पहुंचे। दरअसल, कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत कर रहे रेल मंत्री के सामने नई भर्तियों वाले प्रशिक्षु कर्मचारी लंबित मांगों का मुद्दा उठा रहे थे। इस पर रेल मंत्री ने आश्वसान दिया मगर उनके आश्वासन से कर्मी असंतुष्ट नहीं हुए और यह देखकर रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कर्मचारी यूनियन पर नौजवान कर्मियों को भड़काने का आरोप लगा दिया।
गोयल जी ने कर्मचारी नेता के खिलाफ कुछ टिप्पणी कर दी। उन्होंने ऑल इंडिया नेशनल फ़ीडरेशन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा के खिलाफ टिप्पणी की तो कर्मचारी भड़क उठे और उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया और रेलमंत्री के सामने ही मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे। उस समय के मामले की नजाकत को भांपते हुए आरपीएफ और यूपी पुलिस उन्हें किसी तरह सुरक्षा घेरे में लेकर सुरक्षित कार तक लेकर पहुंची। जिसके बाद पीयूष गोयल दिल्ली जाने के लिए लखनऊ स्थित अमौसी हवाई अड्डे की ओर रवाना हो गए। कहा जा रहा है कि रेल मंत्री ने कर्मचारी नेता शिवगोपाल मिश्रा पर रेलवे में अप्रेंटिस कर चुके युवाओं को भड़काने का आरोप लगाया। लखनऊ के रेलवे स्टेडियम में आयोजित एनआरएमयू की 70 वें अधिवेशन में रेल मंत्री पीयूष गोयल के भाषण के बाद असंतुष्ट प्रशिक्षु कर्मियों ने नारे लगाने शुरू किए।
पीयूष गोयल नार्दर्न रेलवे मेन्स यूनियन के 70वें वार्षिक अधिवेशन में बतौर मुख्य अतिथि आये थे ।