मुंबई: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने आज मुंबई में कहा कि हिंदी एक सुंदर भाषा है, लेकिन इसका राष्ट्रभाषा होना सही नहीं है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रभाषा को लेकर कभी कोई निर्णय नहीं लिया गया। हिंदी की तरह ही मराठी, गुजराती, तमिल आदि भी इसी देश की भाषाएं हैं।
उन्होंने रोजगार को लेकर कहा कि यदि महाराष्ट्र में रोजगार के मौके हैं तो क्या यह गलत है कि महाराष्ट्र के युवाओं को प्राथमिकता दी जाए? उन्होंने कहा कि यदि कल को उत्तर प्रदेश में कोई उद्योग स्थापित होता है तो वहां के युवाओं को रोजगार के लिए प्राथमिकता मिलनी चाहिए, यही बिहार में भी होना चाहिए, इसमें गलत क्या है?