भाजपा राज की कुनीतियों के खिलाफ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी की अनुमति से उत्तर प्रदेश के सभी जनपदों में 07 जनवरी 2019 से समाजवादी विकास विजन एवं सामाजिक न्याय कार्यक्रम में यात्राएं प्रारम्भ हुई है जिनका 20 जनवरी 2019 को समापन हुआ है। समाजवादी पार्टी के मुख्यरूप से पिछड़े वर्ग के नेताओं द्वारा गांव-गांव बैठकें कर भाजपा की पिछड़े वर्ग विरोधी नीतियों की जानकारी देने के साथ समाजवादी सरकार के समय की उपलब्धियों से भी लोगों को अवगत कराया गया।
समाजवादी विकास विजन एवं सामाजिक न्याय कार्यक्रम के अंतर्गत 403 विधानसभा क्षेत्रों में आयोजन का उत्तरदायित्व सम्बंधित क्षेत्र के विधायक, पूर्व विधायक, पूर्व प्रत्याशी को सौपा गया था। प्रदेश अध्यक्ष श्री नरेश उत्तम पटेल से लेकर संगठन के सभी छोटे बड़े पदाधिकारियों ने इस कार्यक्रम में सक्रिय भागीदारी निभाई। प्रदेश के करीब एक लाख गांवों तथा वार्डों में जनसम्पर्क एवं बैठकें हुई।
आज 20 जनवरी 2019 को जहां प्रदेश के विभिन्न जनपदों में पदयात्राओं का समापन हुआ वहीं लखनऊ में अम्बेडकर विश्वविद्यालय से 1090 चैराहा तक पदयात्रा के माध्यम से नौजवानों द्वारा समाजवादी पार्टी का संदेश देने का आयोजन हुआ। डाॅ0 भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय के शोध छात्र श्री राजवर्धन जाटव तथा छात्र नेता श्री जयवीर सिंह रावत के साथ लगभग 300 छात्र पदयात्रा में शामिल रहे।
भाजपा ने नारा भले ही ‘सबका साथ, सबका विकास‘ दिया हो, पर हकीकत में उसने दलित और पिछड़े वर्ग के लोगों के सम्मान, नौकरी और आरक्षण पर लगातार हमलाकर उन्हें अपमानित और बेरोजगार बनाने का काम किया है। इस समय भाजपा द्वारा सामाजिक न्याय देने के विपरीत पिछड़े वर्ग के 27 प्रतिशत आरक्षण को पिछड़ी जाति के विभिन्न वर्गों में बांटने का कार्य करने की साजिश की जा रही है। एक ओर प्रदेश की 15 प्रतिशत आबादी को 50 प्रतिशत का आरक्षण का लाभ मिल रहा है वहीं दूसरी ओर 85 प्रतिशत आबादी के लोगों को केवल 50 प्रतिशत आरक्षण में ही सीमित किया जा रहा है, जो न्याय संगत नहीं है। श्री अखिलेश यादव का मानना है कि देश की सभी जातियों की जनगणना के आधार पर हक और सम्मान मिलना सुनिश्चित हो। आबादी के आधार पर आनुपातिक आरक्षण देने की व्यवस्था हो।
गांव-गांव, वार्डों-वार्डों में यह जानकारी भी दी गई कि भाजपा सरकारों ने अपना एक भी वादा पूरा न कर जनता के साथ छल एवं धोखा किया है। भाजपा सरकार ने संवैधानिक संस्थाओं को भी कमजोर किया तथा देष की आर्थिक व्यवस्था बिगाड़ी है। सीमा सुरक्षा में भी वह विफल रही है। इसके विपरीत जब श्री अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी सरकार के समय 23 महीनों में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे बन गई थी। लखनऊ में मेट्रो चली। 55 लाख गरीब महिलाओं को प्रतिमाह पांच सौ रूपए समाजवादी मासिक पेंशन, 18 लाख बच्चों को लैपटाॅप वितरण और बजट का 75 प्रतिषत गांव-किसान एवं खेती पर खर्च किया गया।