समायोजन निरस्त होने के 2 साल पूरे होने पर गुरुवार को शिक्षामित्रों ने काला दिवस मनाया। शिक्षामित्र हाथ पर काली पट्टी बांधकर स्कूल गए। शिक्षामित्रों के विभिन्न संगठनों ने आरोप लगाया कि सरकार ने 2 वर्ष बाद भी उनके भविष्य के लिए ठोस कदम नहीं उठाया है। उत्तर प्रदेश दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अनिल यादव ने बताया कि 25 जुलाई 2017 को सर्वोच्च न्यायालय ने 1.37 लाख शिक्षामित्रों का सहायक अध्यापक के पद हुआ समायोजन रद्द कर दिया था।
हम आप को बता दे की 2 वर्ष में आर्थिक तंगी से बेहाल 1450 शिक्षामित्र असामयिक मृत्यु के शिकार हो चुके हैं। जुलाई में ही 1 दर्जन से ज्यादा शिक्षा मित्र की मौत हुई है। 2 वर्ष से शिक्षा मित्र का मानदेय नहीं बढ़ाया गया है। उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा की अध्यक्षता में गठित कमेटी ने 1 साल बाद भी अपनी रिपोर्ट नहीं दी है।उन्होंने सरकार से शिक्षामित्रों को नियमित करने का रास्ता निकालने मानदेय बढ़ाने व पूर्व वर्ष का मानदेय देने की मांग की। कुशीनगर के शिक्षामित्र न्यूज़ अंसारी ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय को अपने खून से पत्र लिखकर भेजा है।
प्रयागराज। शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द होने के 2 वर्ष पूर्ण पर शिक्षा मित्र संघ ने 25 जुलाई को काली-काली दिवस मनाया 25 जुलाई 2017 को सुप्रीम कोर्ट ने कई साल से प्राथमिक विद्यालय में पढ़ा रहे शिक्षामित्र प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक के पद पर हुआ समायोजन रद्द कर दिया था समायोजन रद्द होने के बाद शिक्षामित्र भुखमरी के शिकार हैं।
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ के क्रांति पर शिक्षामित्रों ने विद्यालयों में काली पट्टी बांधकर काला दिवस मनाया। संघ के जिला अध्यक्ष वसीम अहमद ने कहा कि सरकार की अल्लाह वाली में शिक्षामित्रों में निराशा बढ़ गई है । परिवारिक जिम्मेदारी के चलते आर्थिक तंगी के शिकार हैं। संघ के जिला संरक्षक सुरेंद्र पांडे ने बताया कि सरकार के साथ विभागीय अधिकारी भी उपेक्षा कर रहे हैं।