पटना: बिहार एनडीए में सीटों के बटवारे की गतिरोध थमने के बाद अब सबकी निगाहें महागठबंधन की सिट बटवारे पर टिकी हैं। महागठबंधन में सभी पार्टियों के बीच सीट बंटवारे की है। बिहार की सियासत में महागठबंधन के नेताओं का सीट बंटवारे और रणनीति को लेकर रांची में जमावड़ा लगा। दरअसल राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू यादव से मिलने तेजस्वी यादव, रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा और वीआईपी पार्टी के अध्यक्ष मुकेश निषाद शनिवार को रांची पहुंचे। लालू प्रसाद यादव से मुलाकात के बाद तीनों दलों के नेताओं ने कहा कि महागठबंधन में कौन सी पार्टी कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी, इसकी इसका घोषणा ‘खरमास’ के बाद की जाएगी।
लालू यादव ख़ुद महगठबंधन में शामिल सभी दलों के नेताओं से मिलना चाहते हैं। मुलाकात के दौरान जहां उपेंद्र कुशवाहा और मुकेश निषाद क़रीब एक घंटे लालू यादव के साथ रहे। इस मुलाकात में सीट बंटवारे से ज्यादा इस रणनीति पर चर्चा हुई कि महागठबंधन की पार्टियों का ध्यान इस पर होगा कि कौन सी सीट पर कौन दल और कौन सा उम्मीदवार मजबूत है।
लालू यादव के साथ हुई बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि एनडीए में हर घटक दल भाजपा नेताओं के रवैए और नीतीश कुमार के करगुज़ारी के कारण एनडीए छोड़कर महगठबंधन में आ रहा है। कई दल होने के बावजूद महगठबंधन में सीटों की संख्या को लेकर कोई दिक्कत नहीं होगी। तेजस्वी तमाम सर्वे में NDA को बढ़त दिखाये जाने पर कहा बिहार में अधिकांश सीटों पर गठबंधन के उम्मीदवार ही जीतेंगे।
कांग्रेस नेताओं ने भी पिछले शनिवार को लालू यादव से रांची में मुलाक़ात की। लेकिन कवायद यही लगाया जा रहा है कि लालू प्रसाद यादव भले अस्पताल में हों लेकिन बिहार की सियासत पर अपनी नजर बनाए हुए हैं।