पेशवाई के साथ ही कुम्भ पर्व का औपचारिक आगाज होगा।श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के साधु संत मंगलवार को पेशवाई के साथ ही कुम्भ मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे।
पेशवाई की तैयारियां मुकम्मल हो गईं। सोमवार को पूरे दिन साधु समाज तैयारियों को अंतिम रूप देता रहा।
जूना अखाड़े की पेशवाई मौजगिरि आश्रम से यमुना बैंक रोड, नए यमुना ब्रिज, परेड मैदान और मेला प्रशासन कार्यालय के रास्ते मेला क्षेत्र में प्रवेश करेगी।
पेशवाई में शामिल होने के लिए अखाड़े के पीठाधीश्वर आचार्य महामंडेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि सोमवार को ही प्रयागराज पहुंच गए।
उन्होंने पहले मौजगिरि आश्रम में भगवान मौजगिरि का पूजन अर्चन किया और इसके बाद तैयारियों का जायजा लिया। बाद में मेला क्षेत्र में बने अपने शिविर के निरीक्षण के लिए गए।
किले में कैद अक्षयवट को खोलने की तैयारियों को तेज कर दिया गया
अक्षयवट में आम नागरिक जहां पातालपुरी वाले रास्ते से प्रवेश पाएंगे, वहीं वीवीआईपी को सरस्वती घाट वाले फोर्ट रोड चौराहे से प्रवेश दिया जाएगा।
जिससे सुरक्षा में कोई परेशानी न हो। इसके लिए सोमवार को मेला प्रशासन ने सुरक्षा का खाका खींचा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अक्षयवट खोलने के ऐलान को लेकर मेला प्रशासन ने तैयारियों को तेज कर दिया है। सोमवार को मेला प्रशासन के अफसरों ने किले में बंद अक्षयवट का निरीक्षण किया।
कुम्भ मेले के दौरान किले में मूल अक्षयवट दर्शन के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं को पहले अक्षयवट फिर पातालपुरी और बाद में सरस्वती कूप के दर्शन कराए जाएंगे।
सुरक्षा की दृष्टि से सेना और मेला प्राधिकरण ने यह खाका प्रस्तावित किया है। श्रद्धालुओं को पहले किले के प्रवेश द्वार पर और दूसरी बार पातालपुरी के पास रोका जाएगा, जिससे दर्शन में अधिक भीड़ न हो।