कुम्भ क्षेत्र और प्रयागराज में तीसरी आंख(CCTV CAMERAS) से निगरानी करने का दावा करने वाली पुलिस ने 24 करोड़ रुपये खर्च कर दिए।
प्रयागराज के चौराहों पर एडवांस सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं। परंतु सच्चाई यह है कि अभी तक बहुत कम ही कैमरे चालू हो पाए हैं।
इस अर्धकुम्भ के मौके पर सुरक्षा को लेकर हाईटेक इंतजाम किया जाना है। कुम्भ क्षेत्र के साथ ही साथ शहर में भी एडवांस्ड कैमरे लगाने के लिए 24 करोड़ रुपये का बजट पुलिस को मिला था।
COMMAND AND CONTROL ROOM से सभी सीसीटीवी कैमरों से निगरानी शुरू हो गई है। लगभग 1100 कैमरे लगाए गए लेकिन हकीकत में 600 के आस पास ही कैमरे काम कर रहे हैं। बाकी के कैमरे सिर्फ देखने के लिए है।
ध्यान देने की बात यह है कि गोविंदपुर में जहां पर गार्ड की हत्या हुई थी वहां भी सीसीटीवी कैमरा लगा है लेकिन वह चलता नहीं है।
शुक्रवार को देर रात गोविंदपुर में कुलपति के निजी सुरक्षा गार्ड सर्वेश सिंह को कुछ बदमाशों ने गोलियों से छलनी कर दिया। घटना को अंजाम देकर बदमाश फरार हो गए।
अगर कातिलों का चेहरा सीसीटीवी कैमरे में कैद होता तो अपराधियों को सजा दिलाने में पुलिस को मदद मिलती।