शुक्रवार के लिए टाला था फैसला
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राजस्थान और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों पर फैसला शुक्रवार के लिए टाल दिया है क्योंकि वह इस विषय पर पार्टी नेताओं से और चर्चा करना चाहते हैं।
गांधी ने छत्तीसगढ़ के नये मुख्यमंत्री पर फैसला करने के लिए बृहस्पतिवार को प्रदेश के पार्टी नेताओं से चर्चा की। लेकिन दावेदारों से और चर्चा करने के लिए फैसला शुक्रवार के लिए टाल दिया।
नही बन पा रही सहमति-
कांग्रेस अध्यक्ष ने राजस्थान के मुख्यमंत्री पद के दावेदारों अशोक गहलोत और सचिन पायलट के साथ कई बैठकें कीं, लेकिन उनके बीच कोई सहमति नहीं बन पायी।
पायलट ने इस शीर्ष पद के लिए दावा किया। गांधी के निवास के बाहर पायलट के समर्थकों ने उनके समर्थन में नारे भी लगाए।
गांधी ने देर शाम पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ बैठक की। खड़गे ने कहा कि अंतिम निर्णय पर पहुंचने से पहले आज शुक्रवार को प्रदेश नेताओं के साथ बैठक होगी।
छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री पद के दावेदार के लिए विधायकों से राय ली
देर शाम राहुल गांधी ने छत्तीसगढ़ के पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के साथ बैठक की।
यहां विधायकों की राय के साथ पार्टी कार्यकर्ताओं से भी ऑडियो संदेश के जरिए राय ली गई है। पार्टी के एक नेता ने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल, टीएस सिंह देव, ताम्रध्वज साहू और डॉ चरणदास महंत का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए चर्चा में हैं।
माना जा रहा है कि ये नेता शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष से मिल सकते हैं। छत्तीसगढ़ में 15 दिसंबर को शपथ ग्रहण होने की संभावना है।
शांति बनाये रखने की, अपील की
राजस्थान में कुछ स्थानों पर समर्थकों के हंगामे के कारण होने वली असुविधा के लिए गांधी ने सचिन पायलट और अशोक गहलोत ने कार्यकर्ताओं से शांति की अपील की।
राजस्थान में मुख्यमंत्री पद का निर्णय लेने में हो रही देर
राजस्थान को लेकर दिन भर बैठकों का दौर चलता रहा। वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने कई बार कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की।
दिन में दो बार यह खबर आई कि दोनों नेताओं को जयपुर के लिए रवाना होने के निर्देश दिए गए हैं, पर कुछ देर बाद ही इससे इनकार कर दिया गया। इसके बाद भी बात नहीं बनी तो देर रात कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दोबारा पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट के साथ बैठक कर सहमति बनाने की कोशिश की।