सावन का महीना शिव और नाग देव की पूजा बेजोड़ मेल है। नाग पंचमी सर्पों की पूजा का दिन है। नाग देव का आशीर्वाद प्राप्त करने का दिन है नाग पंचमी। Nag Pancham: नाग पंचमी का त्योहार 09 अगस्त 2024 को मनाया जाएगा।
- कब माने जाता है नाग पंचमी का त्यौहार?
- नाग पंचमी पर कैसे करे पूजा?
- नाग पंचमी की शुभकामनाये!
हिन्दू पंचाग के अनुसार श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी को पूरी श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। इस वर्ष 2024 में नाग पंचमी 09 अगस्त को शुक्रवार के दिन मनाई जाएगी।
नाग पंचमी पर्व तिथि व मुहूर्त 2024
- पूजा मुहूर्त – 05:53 AM से 8:30AM ( 09 अगस्त 2024)
- पंचमी तिथि प्रारंभ – 00:20 (09 अगस्त 2024)
- पंचमी तिथि समाप्ति – 02:00 (10 अगस्त 2024)
नाग पंचमी के रोचक तथ्य
श्रावण के महीने में बरसात के पानी के कारण सर्प अपने बिलों से बाहर निकल आते हैं। इस स्तिथि में सांप किसी को नुकसान नहीं पहुंचाए इस लोग नाग देव की पूजा करते है। नाग देवता की पूजा के रूप में लोग सांपो के बिलो पर दूध, और प्रशाद चढ़ाते है।
क्या है नाग पंचमी की कहानी
हिन्दू मान्यताओं के अनुसार भगवान श्री कृष्णा ने इसी दिन कालिया को यमुना नदी बाहर भगाया था। जैसा की सभी को यह ज्ञात है की जब बाल गोपाल श्री कृष्णा अपने सखाओ के साथ यमुना तट पर खेल रहे थे। जब उनकी गेंद यमुना नदी में जा गिरी। कालिया नाग की वह से यमुना जी का पनै विषैला हो गया था जब कोई भी गेंद बाहर निकालने नहीं गया तब भगवान श्री कृष्णा ने यमुना जी में छलांग लगा दी। भगवन श्री कृष्णा को यमुना जी में पाकर कालिया नाग ने उनपर हमला कर दिया। भगवन श्री कृष्णा ने कालिया नाग को हराकर उसको यमुना जी से बाहर जाने का आदेश दिया।
- कैसे मनाते है नाग पंचमी?
- How to Clebrate Nag Panchami?
नाग पंचमी के दिन किसान खेतो में हल नहीं चलाते है इस दिन नाग देवता की पूजा करते हैं। हिन्दू धर्म में देवी देवताओ द्वारा नागो को धारण करने की वह से भी सांपो का महत्व बढ़ जाता है और उनको सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है साथ ही सांप किसानो के फसल को नष्ट करने वाले जीवो को भगाकर एक तरह से किसान की मदद करते है इस लिया किसान खास कर के नाग देवता की पूजा करते है।
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पूरे भारत देश में नाग पंचमी पर अलग अलग रीती रिवाज है । महाराष्ट्र में कुछ नाग देव को साथ लेकर भिक्षा मांगते का चलन हैं। दक्षिण भारत में भक्त नागदेवता के मंदिर जाकर पूजा करते हैं नाग देवता से प्रार्थना करते है वे उन्हें सर्पों के प्रकोप और सर्पदंशों से बचाये। नाग पंचमी के रीती-रिवाज सब जगह अलग अलग भले ही हो लेकिन सबका उद्देश्य एक है नाग देवता की पूजा करना और नाग देवता का आशीर्वाद पाना।
- आप सभी को नाग पंचमी की शुभकामनाये ।
- नाग देवता की कृपा हम सब पर हमेशा बनी रहे।