ॐ जय जगदीश हरे आरती के बोल। Lord Vishnu aarti Om Jai Jagdish Hare lyrics in Hindi and English. भगवान विष्णु की पूजा और उनकी आराधना के लिये हम “ॐ जय जगदीश हरे स्वामी जय जगदीश हरे” आरती गाते है।
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भगवान विष्णु की आरती ॐ जय जगदीश हरे सुबह और संध्या पूजा के साथ साथ किसी विशेष त्यौहार या उत्सव पर भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिये गा सकते है।
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ॐ जय जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे
भक्त जनों के संकट, दास जनों के संकट
क्षण में दूर करे, ॐ जय जगदीश हरे
जो ध्यावे फल पावे, दुःख बिन से मन का
(स्वामी दुःख बिन से मन का)
सुख सम्पति घर आवे
कष्ट मिटे तन का
ॐ जय जगदीश हरे
मात पिता तुम मेरे शरण गहूं किसकी
स्वामी शरण गहूं किसकी
तुम बिन और न दूजा (2)
आस करूं जिसकी
ॐ जय जगदीश हरे
भक्त जनों के संकट, दास जनों के संकट
क्षण में दूर करे, ॐ जय जगदीश हरे
जो ध्यावे फल पावे, दुःख बिन से मन का
(स्वामी दुःख बिन से मन का)
सुख सम्पति घर आवे
कष्ट मिटे तन का
ॐ जय जगदीश हरे
मात पिता तुम मेरे शरण गहूं किसकी
स्वामी शरण गहूं किसकी
तुम बिन और न दूजा (2)
आस करूं जिसकी
ॐ जय जगदीश हरे
तुम पूरण परमात्मा, तुम अन्तर्यामी
स्वामी तुम अन्तर्यामी
पारब्रह्म परमेश्वर (2)
तुम सब के स्वामी
ॐ जय जगदीश हरे
तुम करुणा के सागर, तुम पालनकर्ता
स्वामी तुम पालनकर्ता
मैं मूरख खलकामी
मैं सेवक तुम स्वामी
कृपा करो भर्ता
ॐ जय जगदीश हरे
तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपति
स्वामी सबके प्राणपति
किस विध मिलूं गोसाई (2)
तुमको मैं कुमति
ॐ जय जगदीश हरे
स्वामी तुम अन्तर्यामी
पारब्रह्म परमेश्वर (2)
तुम सब के स्वामी
ॐ जय जगदीश हरे
तुम करुणा के सागर, तुम पालनकर्ता
स्वामी तुम पालनकर्ता
मैं मूरख खलकामी
मैं सेवक तुम स्वामी
कृपा करो भर्ता
ॐ जय जगदीश हरे
तुम हो एक अगोचर, सबके प्राणपति
स्वामी सबके प्राणपति
किस विध मिलूं गोसाई (2)
तुमको मैं कुमति
ॐ जय जगदीश हरे
दीन-बन्धु दुःख-हर्ता, ठाकुर तुम मेरे
स्वामी ठाकुर तुम मेरे
अपने हाथ बढ़ाओ (2)
द्वार पड़ा तेरे
ॐ जय जगदीश हरे
विषय-विकार मिटाओ, पाप हरो देवा
स्वामी पाप हरो देवा
श्रद्धा भक्ति बढ़ाओ (2)
सन्तन की सेवा
ॐ जय जगदीश हरे
जय जगदीश हरे
स्वामी जय जगदीश हरे
भक्त जनों के संकट, दास जनों के संकट
क्षण में दूर करे, ॐ जय जगदीश हरे
ॐ जय जगदीश हरे, ॐ जय जगदीश हरे
द्वार पड़ा तेरे
ॐ जय जगदीश हरे
विषय-विकार मिटाओ, पाप हरो देवा
स्वामी पाप हरो देवा
श्रद्धा भक्ति बढ़ाओ (2)
सन्तन की सेवा
ॐ जय जगदीश हरे
जय जगदीश हरे
स्वामी जय जगदीश हरे
भक्त जनों के संकट, दास जनों के संकट
क्षण में दूर करे, ॐ जय जगदीश हरे
ॐ जय जगदीश हरे, ॐ जय जगदीश हरे
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