Yada Yada Hi Dharmasya – यदा यदा हि धर्मस्य

यदा यदा हि धर्मस्य, Yada yada hi dharmasya Lyrics in Hindi

श्रीमद्भगवद्गीता का सबसे प्रसिद्ध और महाभारत सीरियल का टाइटल ट्रैक यदा यदा हि धर्मस्य  को सुन के हमारा मान तन स्वतः ही भगवान श्री कृष्णा के चरणों को नमन करता है। यदा यदा हि धर्मस्य का पूरा श्लोक उसका मतलब हिंदी इंग्लिश और MP3 लिरिक्स।

Yada Yada hi Dharmasya Sloka in Hindi

यदा यदा हि धर्मस्य ग्लानिर्भवति भारत।
अभ्युत्थानमधर्मस्य तदात्मानं सृजाम्यहम्

परित्राणाय साधूनां विनाशाय च दुष्कृताम् ।
धर्मसंस्थापनार्थाय सम्भवामि युगे युगे

Yada Yada hi Dharmasya Lyrics in English

Yada yada hi dharmasya Glanir bhavati bharata
Abhyuthanam adharmasya Tadaatmaanam srijaamyaham

Paritranaay saadhunaam Vinaashaay ch dushkritaam
Dharmasanstha panaarthaay Sambhavaami yuge yuge

Yada Yada hi Dharmasya Meaning

यदा= जब
यदा= जब
हि = वास्तव में
धर्मस्य = धर्म की
ग्लानि: = हानि
भवति = होती है
भारत = हे भारत
अभ्युत्थानम् = वृद्धि
अधर्मस्य = अधर्म की
तदा = तब तब
आत्मानं = अपने रूप को रचता हूं
सृजामि = लोगों के सम्मुख प्रकट होता हूँ
अहम् = मैं

परित्राणाय= साधु पुरुषों का
साधूनां = उद्धार करने के लिए
विनाशाय = विनाश करने के लिए
च = और
दुष्कृताम् = पापकर्म करने वालों का
धर्मसंस्थापन अर्थाय = धर्मकी अच्छी तरह से स्थापना करने के लिए
सम्भवामि = प्रकट हुआ करता हूं
युगे युगे = युग-युग में

Yada Yada hi Dharmasya Lyrics in MP3

 

 

 

 

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Ritu Raj: