वायु प्रदूषण पर शोध कर रहे आईआईटी खड़गपुर के स्नातक ने एक ऐसा उपकरण बनाने का दावा किया कि जिसे जब वाहनों के साइलेंसर पाइप के पास फिट किया जाएगा तो वह वायु प्रदूषण पर लगाम लगाएगा। मिली जानकारी के मुताबिक छात्र ने इसे ‘‘पीएम 2.5” नाम दिया है। IIT Kharagpur के मैकेनिकल इंजीनियरिंग स्नातक देवयान साहा ने दावा किया कि इस उपकरण को जब कार में लगाया जाएगा तो यह अपने आसपास 10 कारों से निकलने वाले प्रदूषण के असर को खत्म कर सकता है।
इतना ही नहीं एम्स में शोधार्थी रहे साहा ने कहा, ‘‘हमारे द्वारा विकसित की गई तकनीक में इलेक्ट्रिक ऊर्जा और तरंग ऊर्जा का इस्तेमाल कर पीएम 2.5 जैसे प्रदूषकों को इस हद तक प्रभावित किया जाता है कि वे वातावरण से अन्य प्रदूषक कणों को आकर्षित करने वाले चुम्बक की तरह काम करते हैं। जैसे ही उनका आकार बड़ा होता है तो वे भारी हो जाते हैं और मिट्टी की तरह जमीन पर सुरक्षित गिर जाते हैं.”